MP e Uparjan Kharif 2025-26: एमपी ई उपार्जन खरीफ पंजीकरण

MP e Uparjan Kharif 2025-26: अगर आप मध्य प्रदेश के किसान हैं और खरीफ मौसम की फसल जैसे धान, सोयाबीन, मूंग या उड़द को सरकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर बेचना चाहते हैं, तो एमपी ई-उपार्जन पोर्टल आपका सबसे अच्छा दोस्त है। यह एक सरकारी ऑनलाइन सिस्टम है, जो किसानों को आसानी से पंजीकरण करने, स्लॉट बुक करने और पैसे बैंक में सीधे लेने में मदद करता है। कोई दलाल की जरूरत नहीं, सब कुछ घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर पर हो जाता है।

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ई-उपार्जन क्या है?

ई-उपार्जन मतलब इलेक्ट्रॉनिक खरीद। मध्य प्रदेश सरकार ने यह पोर्टल बनाया है ताकि किसान अपनी फसल को बिना परेशानी के एमएसपी पर बेच सकें। Kharif मौसम (जून से अक्टूबर तक) में उगाई गई फसलें जैसे धान, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन आदि इसकी आती हैं। 2025-26 के लिए यह सिस्टम चल रहा है। सरकार ने खरीद केंद्र बढ़ा दिए हैं, ताकि ज्यादा किसान जुड़ सकें। अगर आप रजिस्टर्ड हैं, तो आपकी फसल मंडी में आसानी से बिकेगी और पैसा 48 घंटे में बैंक अकाउंट में आ जाएगा।

MP e Uparjan Kharif 2025 26 के लिए कौन पंजीकरण कर सकता है?

  • मध्य प्रदेश का कोई भी किसान जो खरीफ फसल उगा रहा हो।
  • आपके पास जमीन का खसरा नंबर होना चाहिए (मालिक या किराएदार किसान दोनों ठीक)।
  • आधार कार्ड और बैंक अकाउंट आधार से लिंक होना जरूरी है।
  • कोई भी उम्र या आय की सीमा नहीं, बस एमपी का निवासी होना चाहिए।

MP e Uparjan Kharif 2025 26 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करें?

पंजीकरण बहुत आसान है। आपको बस इंटरनेट और मोबाइल नंबर चाहिए। दो तरीके हैं: वेबसाइट या ऐप से।

Step 1: वेबसाइट से Kharif पंजीकरण:

  • सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: mpeuparjan.nic.in
  • होम पेज पर “खरीफ 2025-26” या “किसान पंजीकरण” का लिंक ढूंढें और क्लिक करें।
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  • अब आपको “कियोस्क पंजीयन निर्धारण” पर क्लिक करना है।
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  • अपना मोबाइल नंबर, किसान कोड या समग्र आईडी डालें। ओटीपी आएगा, उसे भरें।
  • अब अपनी डिटेल्स भरें: नाम, पता, आधार नंबर, बैंक अकाउंट, जमीन का खसरा नंबर, फसल का नाम और कितना उत्पादन अनुमानित है।
  • खरीद केंद्र चुनें (नजदीकी मंडी) और स्लॉट बुक करें (कब फसल लाना है)।
  • सब कुछ चेक करके “सबमिट” पर क्लिक करें। आपका पंजीकरण हो जाएगा! एक रसीद नंबर मिलेगा, उसे संभालकर रखें।

Step 2. मोबाइल ऐप से पंजीकरण:

  • गूगल प्ले स्टोर पर “ई-उपार्जन किसान” ऐप सर्च करें और डाउनलोड करें।
  • ऐप ओपन करें, “नया पंजीकरण” चुनें।
  • ऊपर बताई गई डिटेल्स भरें। ऐप में फोटो अपलोड करने का ऑप्शन भी है।
  • सबमिट करने के बाद, अपना स्टेटस चेक करें।

ध्यान दें: पंजीकरण की आखिरी तारीख चेक करें, आमतौर पर Kharif के लिए अप्रैल-मई तक रहती है। अगर समस्या हो, तो हेल्पलाइन नंबर 0755-2559022 पर कॉल करें।

Kharif स्लॉट बुकिंग और फसल बेचने की प्रक्रिया

  • पंजीकरण के बाद, पोर्टल पर लॉगिन करें और “स्लॉट बुकिंग” चुनें।
  • अपनी फसल कटाई की तारीख चुनें और नजदीकी केंद्र पर समय बुक करें।
  • तय समय पर फसल लेकर जाएं। केंद्र पर वजन होगा, क्वालिटी चेक होगी।
  • रसीद मिलेगी, और पैसा सीधे बैंक में ट्रांसफर हो जाएगा।

MP e Uparjan Kharif 2025 फायदे क्या हैं?

  • एमएसपी पर अच्छा दाम मिलता है, जैसे धान का 2321 रुपये प्रति क्विंटल (2025-26 के लिए)।
  • कोई मध्यस्थ नहीं, सब पारदर्शी।
  • पैसे की स्टेटस ऑनलाइन चेक करें: पोर्टल पर “भुगतान स्थिति” लिंक पर जाकर अपना रसीद नंबर डालें।
  • समय बचता है, लाइन में नहीं लगना पड़ता।
  • सरकार ने 5 साल में 1 करोड़ से ज्यादा किसानों को फायदा पहुंचाया है।

ई-उपार्जन 2025-26 मध्य प्रदेश

माननीय मुख्यमंत्री श्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में इसकी सराहना करते हुए कहा, “ई-उपार्जन के माध्यम से विगत 5 वर्षों में कुल 118.57 लाख किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए निशुल्क पंजीकृत हुए, जिनमें से 64.35 लाख किसानों से 2415.62 लाख एम.टी. अनाज खरीदा गया, जिसका रु. 69111 करोड़ का भुगतान किया गया।” यह आंकड़े योजना की सफलता का प्रमाण हैं, जो लाखों किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर चुकी है।

ई-उपार्जन की प्रक्रिया छह सरल चरणों में विभाजित है, जो एक सुनियोजित और कुशल व्यवस्था बनाती है।

पहला चरण किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण, जहां वे मुफ्त में अपना नाम, आधार विवरण, बैंक अकाउंट और खसरा नंबर दर्ज कराते हैं।

दूसरा चरण स्लॉट बुकिंग का है, जिसमें किसान अपनी सुविधा अनुसार खरीद केंद्र और तारीख चुनते हैं, ताकि भीड़भाड़ से बचा जा सके।

तीसरा चरण खरीद (Kharif or Rabi) केंद्र पर अनाज की प्राप्ति और वेरिफिकेशन का है, जहां फसल का वजन और गुणवत्ता जांच की जाती है।

चौथा चरण परिवहन का है, जिसमें खरीदे गए अनाज को संग्रहण केंद्र तक ले जाया जाता है, और बारदाने (गुनी बैग्स) का प्रबंधन भी सॉफ्टवेयर से होता है।

पांचवां चरण गोदाम में अनाज के संग्रहण का है, जो स्टॉक मॉनिटरिंग सुनिश्चित करता है।

अंतिम चरण भुगतान का है, जहां राशि सीधे किसान के खाते में ट्रांसफर हो जाती है। यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल होने से धोखाधड़ी की गुंजाइश समाप्त हो जाती है।

FAQs

ई-उपार्जन क्या है?

ये मध्य प्रदेश सरकार का ऑनलाइन पोर्टल है। किसान Kharif or Rabi फसल (जैसे धान, सोयाबीन) को एमएसपी पर बेचने के लिए पंजीकरण करते हैं। इससे बिना दलाल के फसल बिकती है और पैसा सीधे बैंक में आता है।

कौन पंजीकरण कर सकता है?

मध्य प्रदेश का कोई भी किसान, चाहे जमीन का मालिक हो या किराएदार। आधार और बैंक अकाउंट लिंक होना जरूरी है। खसरा नंबर और फसल की जानकारी चाहिए।

अगर पंजीकरण में दिक्कत हो तो क्या करें?

इंटरनेट चेक करें या दूसरा ब्राउजर यूज करें। नजदीकी सीएससी सेंटर जाएं। हेल्पलाइन 0755-2559022 पर कॉल करें या supprt@mpeuparjan.nic.in पर ईमेल करें।

फसल बेचने के बाद पैसा कब मिलेगा?

फसल बेचने पर रसीद मिलेगी। पैसा 48 घंटे में बैंक अकाउंट में आएगा। पोर्टल पर “भुगतान स्थिति” में रसीद नंबर डालकर स्टेटस चेक करें।

पंजीकरण की आखिरी तारीख क्या है?

खरीफ 2025-26 की डेडलाइन पोर्टल mpeuparjan.nic.in पर “नोटिफिकेशन” में देखें। आमतौर पर जून तक होती है। जल्दी करें, वरना स्लॉट मिस हो सकता है। हेल्पलाइन 0755-2559022 पर पूछें।